लोकदल ने मिलावटखोरी को बताया 'राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य आपदा', सरकार पर उठाए सवाल
लोकदल ने मिलावटखोरी को बताया 'राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य आपदा', सरकार पर उठाए सवाल
लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने मिलावटखोरों पर कार्रवाई न होने के लिए सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियों की लापरवाही को ज़िम्मेदार ठहराया।
मिलावटी खाद्य पदार्थों, नकली दवाइयों और दूषित कफ सिरप की बिक्री को तत्काल रोकने की मांग की गई।
लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियों की लापरवाही को उजागर करते हुए देश में चल रहे मिलावटखोरी के कारोबार को 'राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य आपदा' बताया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि दूषित कफ सिरप से लेकर नकली दवाइयों और मिलावटी खाद्य पदार्थों तक, पूरा बाज़ार ज़हर बेचने का अड्डा बन चुका है, और सरकार इस स्थिति को अनदेखा कर रही है। सिंह ने कहा कि आज भी बच्चों की जान लेने वाले दूषित कफ सिरप खुलेआम बिक रहे हैं, और बाज़ार नकली व कम गुणवत्ता वाली दवाइयों से भरा पड़ा है।
लोकदल अध्यक्ष ने यह भी कहा कि ज़हर और केमिकल मिले मिलावटी खाद्य पदार्थ सीधे तौर पर कैंसर जैसे जानलेवा रोगों का कारण बन रहे हैं। उन्होंने ज़ोर दिया कि यह पूरा मिलावट तंत्र देश के हर परिवार के स्वास्थ्य पर सीधा हमला है।
सुनील सिंह ने खाद्य सुरक्षा नियामक FSSAI की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, "जाँच एजेंसियाँ सो रही हैं या किसी दबाव में हैं? जब देशभर में ज़हर बिक रहा है, तो FSSAI की कार्रवाई सिर्फ कागज़ों पर क्यों दिखती है?" लोकदल अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि अगर मिलावटखोरों के खिलाफ तुरंत और कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में इसका विनाशकारी असर देखने को मिलेगा।

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