पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत के मामले में बड़ी कार्यवाही
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- Updated: 24 September, 2020 22:19
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Prakash prabhaw news
लोकेशन रायबरेली
रिपोर्ट-अभिषेक बाजपेयी
पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत के मामले में बड़ी कार्यवाही
एंकर- रायबरेली जिले के लालगंज कोतवाली परिसर में पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत के मामले पर वर्तमान पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दर्ज हुआ पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है बताया जा रहा है मामला 30 अगस्त का बताया जा रहा है। वर्तमान पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के निर्देश पर तत्कालीन स्पेक्टर सहित एसआई आरक्षियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। बताते है कि इस पूरे प्रकरण को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई पचाने का प्रयास किया था यही नहीं जनता और मीडिया से दूरी बनाने व बंद कमरे से पुलिसिंग करने वाले एसपी ने जिलाधिकारी को भी गुमराह करने का प्रयास किया था। हालांकि घटना के दौरान नवांगत रहे जिलाधिकारी वैभव कुमार ने मामले की मजिस्ट्री जांच के आदेश दिए थे। मामला ज्यों का त्यों पड़ा रहा लेकिन नवागत पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए निष्पक्षता व पारदर्शिता का प्रमाण दिया है। विदित हो कि पुलिस अभिरक्षा में मौत के बाद परिजनों द्वारा लापरवाही बरतने व हिरासत में लिए गए युवक को छोड़ने के एवज में धन उगाही की बात कही थी लेकिन लगाए गए सभी आरोपों को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने खारिज कर दी थी। मामला बीते तीस अगस्त की है जहा दलित मोहित नामक युवक को चोरी के मामले में पुलिस उठा कर लाई थी और इतना टॉर्चर किया कि अनंत: उसकी मौत हो गई थी। सूत्रों की माने तो अपनी आरोपित पुलिस टीम को बचाने के लिए एसपी ने सभी पुलिसकर्मियों के एक दिन का वेतन रोक कर एकत्र हुई धनराशि को पीड़ित परिवार को दिलवा कर मरहम लगाई थी। फिलहाल घटना के 24 दिन बाद दर्ज हुए मुकदमे के बाद पीड़ित परिवार को कुछ राहत मिला है वहीं परिजनों के मुताबिक अब पूरे प्रकरण की निष्पक्षता से जांच होने की बात कही जा रही है। बताते चलें कि एसपी स्वप्निल ममगई की तैनाती के बाद जिले की बिगड़ी कानून व्यवस्था सरकार पर भी सवाल खड़े कर रही थी। इस दौरान कई बड़े-बड़े मामले प्रकाश में आए जिसमें जिले का माहौल बिगड़ते बिगड़ते बचा। कहीं जनता पुलिस पर हावी रही तो कहीं पुलिस जनता पर हावी रही।
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