कुकुरमुत्ते की तरह बाजारों में संचालित हो रहे हैं दवाखाना
प्रतापगढ
13.05.2022
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
कुकुरमुत्ते की तरह बाजारों में संचालित हो रहे हैं दवाखाना
प्रतापगढ। झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर स्वास्थ्य महकमा कब कसेगा शिकंजा, ग्रामीण इलाकों में परचून की दुकान से अधिक दवाखाना की दुकानें संचालित हो रही हैं। कंधई थाना क्षेत्र के लगभग हर छोटी-बड़ी बाजारों में कुकुरमुत्ते की तरह झोलाछाप डॉक्टरों का दवाखाना दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। गांव के गरीब लोगों को झोलाछाप डॉक्टर बड़ी आसानी के साथ मोटी रकम इलाज के नाम पर वसूलते हैं। स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के चलते झोलाछाप डॉक्टरों की इस गर्मी में चांदी ही चांदी है। क्षेत्र के मगरौरा, दीवानगंज, कंधई, आसलपुर, शीतला गंज, सोनाही, उड़ईयाडीह, तेरहमील बनी, इटवा, रखहा, दिलीपपुर की बाजारों में पैथोलॉजी लैब, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, नर्सिंग होम, की बाढ सी आ गई है। बिना अनुभव और बिना किसी डिग्री के झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से मंगरौरा तथा उडैयाडीह रखहा बाजार में तीन की मौत हो चुकी है शिकायत के बावजूद भी स्वास्थ्य महकमे के कान पर जूं तक नहीं रहेंगे क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की मनमानी से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

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