कृषि कानून मोदी सरकार को वापस लेना चाहिए:सुनीता गुप्ता*

*कृषि कानून मोदी सरकार को वापस लेना चाहिए:सुनीता गुप्ता*
*पत्रकारों को अंगवस्त्र देकर किया गया सम्मानित*
पी पी एन न्यूज
(कमलेन्द्र सिंह)
बिंदकी/फतेहपुर
वर्तमान केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी होने के साथ कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है जो अनुचित व मनमानी है। उनके सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है, ऐसे में उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। उक्त बात को पत्रकारों से रुबरु होते हुए वरिष्ठ समाजसेविका सुनीता गुप्ता ने अपने आवास में कही।
नगर के मोहल्ला महरहा रोड में वरिष्ठ समाज सेविका एवं पूर्व सभासद सुनीता गुप्ता ने आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाया गया कृषक कानून पूरी तरह से किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा एक सोची समझी साजिश के तहत किसान के आंदोलन को कुचलने के लिए पिछले दिनों जो दिल्ली में षड़यंत्र रचा गया उसकी जितनी भी निंदा की जाए वो कम है। कहा कि निश्चित रूप से किसान विरोधी ऐसी केंद्र व राज्य की वर्तमान सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। श्रीमती गुप्ता ने कहा कि किसानों के लंबे समय से चले आ रहे आंदोलन को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब उनके विषय में थोड़ा विचार करना चाहिए। उन्होंने कृषि कानून को काला कानून बताते हुए कहा कि इससे किसान पूरी तरह से बेकार हो जाएगा उसके अधिकार में उसके खेत और जमीन ही नहीं रह पाएगा, ऐसे काले कानून को केंद्र सरकार द्वारा वापस ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय चारों तरफ सभी किसान, सपा, कांग्रेस आदि द्वारा कृषक कानून के विरोध में आंदोलन किया जा रहा है जो लगातार चिंता का विषय बनता जा रहा है। इस अवसर पर उपस्थित पत्रकारों को सुनीता गुप्ता व उनकी बहू विद्या गुप्ता, आशीष गुप्ता एवम् रामेश्वर द्वारा पुष्पमाला पहनाकर अंगवस्त्र भेंट करते हुए सम्मानित किया गया।
Comments