जी एस टी ट्रिब्यूनल प्रयागराज में बनाए जाने के विरोध में सेल्स टैक्स बार के अधिवक्ताओं का कार्य बहिष्कार
- Posted By: Admin 
                                                                              
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 12 February, 2021 17:32
- 2367
 
 
                                                            PPN NEWS
जी एस टी ट्रिब्यूनल प्रयागराज में बनाए जाने के विरोध में सेल्स टैक्स बार के अधिवक्ताओं का कार्य बहिष्कार
मोहनलालगंज
Report, शशांक मिश्रा
लखनऊ। जी एस टी ट्रिब्यूनल का मुख्यालय लखनऊ के स्थान पर प्रयागराज में बनाने के हाई कोर्ट के निर्णय के विरोध में अवध बार एसोसिएशन ने आज  दिनांक 12-2-21 को लखनऊ की सभी बारों से  कार्य बहिष्कार निवेदन किया । जी एस टी ट्रिब्यूनल प्रयागराज में बनाये जाने से सबसे ज्यादा कठिनाईयों का सामना कर अधिवक्ताओं को होगा । इसको देखते हुए एवं अवध बार के कार्य बहिष्कार के निर्णय का समर्थन करते हुए आज दिनांक 12.02.2021 को सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने पूर्ण कार्य - बहिष्कार कर मीराबाई मार्ग स्थिति वाणिज्य कर कार्यालय के गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया एवं जी एस टी ट्रिब्यूनल लखनऊ में स्थापित करने की मांग की । मीडिया से बात करते हुए सेल्स टैक्स बार के संयुक्त सचिव श्री शिव कुमार पांडेय ने बताया कि यह मामला सीधे कर अधिवक्ताओं से संबंधित है इस लिए अवध बार के इस निर्णय के समर्थन में सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन लखनऊ के समस्त सदस्य सभी प्रकार के न्यायिक और गैर न्यायिक कार्यो से आज कार्य से विरत रहेंगे। और यदि ट्रिब्यूनल बनाने का निर्णय नही बदला गया तो आगे भी विरोध जारी रहेगा। वरिष्ट कार्यकारिणी सदस्य बाल कृष्ण चौधरी ने बताया कि यदि ट्रिब्यूनल लखनऊ में स्थापित किया जाता है तो लखनऊ के अलावा आस - पास के अनेक जिलों के व्यापारियों को भी सुविधा रहेगी। विरोध प्रदर्शन में सेल्स टैक्स बार के अध्यक्ष और सचिव के साथ - साथ सैकड़ो की संख्या में अधिवक्ता सम्मिलित हुए।
 
                                                         
                                                                 
                                                                 
                                                                 
                                                                 
            
Comments