इस्राइल और ईरान के युद्ध ने रोजगार के सपनों पर लगाया ग्रहण

PPN NEWS
लखनऊ
Report , Safi Ahmad
israel iran war : NSDC ने स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती पर लगाई रोक, लखनऊ के जायरीन भी फंसे
जबसे इस्राइल और ईरान के बीच युद्ध जारी है इसने न केवल वैश्विक माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है, बल्कि उत्तर प्रदेश के युवाओं के विदेशी रोजगार के सपनों पर भी ग्रहण लगा दिया है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने इस्राइल, जर्मनी और जापान में स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है। इस बीच, इस्राइल में जियारत के लिए गए लखनऊ के सैकड़ों लोग भी फंसे हुए हैं, जिससे उनके परिजनों में चिंता बढ़ गई है। भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर नागरिकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने शुरू किए हैं।
सेवायोजन विभाग ने इस्राइल, जर्मनी और जापान में 5,300 स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे, जिनकी अंतिम तिथि 30 जून थी। इस्राइल में युद्ध के बिगड़ते हालात के कारण वहां के प्रतिनिधियों ने भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की थी। जर्मनी और जापान ने भी मौजूदा परिस्थितियों में सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए प्रक्रिया रोकने की सलाह दी। एनएसडीसी के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर भर्ती प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
अपर निदेशक (सेवायोजन) पी.के. पुंडीर ने कहा, “इस्राइल में पहले से ही 5,000 से अधिक भारतीय कामगार सेवाएं दे रहे हैं। युद्ध के कारण उनकी सुरक्षा चिंता का विषय है। नए लोगों को अभी वहां भेजना उचित नहीं है। युद्ध थमने और हालात सामान्य होने पर भर्ती प्रक्रिया फिर शुरू होगी।”
क्या है आवेदनों की स्थिति
विदेश में स्वास्थ्य कर्मी के लिए करीब 2,000 भारतीय युवाओं ने आवेदन किया था। जापान में असिस्टेंट नर्सिंग के 1,250 पदों (वेतन 2,29,925 रुपये मासिक) के लिए 500 आवेदन, जर्मनी में नर्सिंग के 50 पदों (वेतन 1,16,976 रुपये मासिक) के लिए 152 आवेदन, और इस्राइल में केयरगिवर के 5,000 पदों (वेतन 1,31,818 रुपये मासिक) के लिए 1,228 आवेदन प्राप्त हुए थे। जुलाई में शुरू होने वाली प्रक्रिया, जिसमें जर्मनी-जापान के लिए भाषा प्रशिक्षण और इस्राइल के लिए अंग्रेजी कार्यशाला शामिल थी, अब अनिश्चितकाल के लिए टल गई है।
इस्राइल में फंसे भारतीय कामगार
इस्राइल में 5,000 से अधिक भारतीय कामगार, मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के, निर्माण और स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत हैं। युद्ध के कारण हवाई क्षेत्र बंद होने से उनकी वापसी मुश्किल हो गई है। भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर (+972-547820711, +972-543278392) जारी किए हैं और तेल अवीव में भारतीय समुदाय की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठा रहा है। दूतावास ने नागरिकों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और स्थानीय प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है।
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