बेलगाम लेखपाल को नहीं रहा शासन प्रशासन का भय, वरासत में नाम चढ़ाए जाने के लिए माँगी रिश्वत

पी पी एन न्यूज
Report- Kamlendra
बेलगाम लेखपाल को नहीं रहा शासन प्रशासन का भय, वरासत में नाम चढ़ाए जाने के लिए माँगी रिश्वत
शासन व प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद भी बेलगाम हुए रिश्वतखोर लेखपालों की कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। जो कि अपनी घुंसखोर नीतियों के चलते केंद्र व प्रदेश सरकार को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
जो कि बगैर सुविधा शुल्क के एक दस्तखत भी करने को तैयार नहीं होते। आवाम की माने तो इसकी मुख्य वजह इन बेलगाम रिश्वत खोर लेखपालों की शिकायत मिलने पर जिम्मदार तहसील व जिला प्रशासनिक जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इनके खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय मामले को केवल जाँच की आंच में दबा देना है।
ऐसा ही एक मामला विजयीपुर विकास खण्ड के मड़ौली गाँव मे तैनात लेखपाल अतीक अहमद का प्रकाश में आया। जो कि गाँव निवासी एक ब्यक्ति से वरासत में नाम दर्ज करने के एवज में बीस हजार रुपये सुविधा शुल्क की मांग कर रहा है। जिसका ऑडियो भी शोषल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
इसके अलावा पीड़ित ने आरोपित लेखपाल के खिलाफ एस डी एम आशीष सिंह को लिखित शिकायती पत्र मय ऑडियो रिकार्डिंग देते हुए पूरे मामले की जांच कर आरोपित लेखपाल के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।
एस डी एम आशीष यादव ने वायरल ऑडियो व शिकायती पत्र में त्वरित कार्यवाही करते हुए मामले की जांच तहसीलदार शशिभूषण मिश्रा को सौंपी है।
मामले के बावत एस डी एम आशीष सिंह ने कहा कि मामले की जांच करवा आरोपित लेखपाल के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
हलांकि लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगने का ऑडियो एस डी एम को उपलब्ध कराए जाने के बावजूद भी एस डी एम द्वारा जाँच कर आरोपित लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही की बात से शिकायतकर्ता पीड़ित ने इस मामले को भी पूर्व के अन्य मामलों की तरह प्रशासनिक जिम्मदारों द्वारा जाँच के नाम पर दबाए जाने व बाद में बीच का रास्ता निकाल आरोपित लेखपाल को बचाने की आशंका जाहिर की है।
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