4 करोड़ रुपए होंगे खर्च कालिंजर-पन्ना एवं कालिंजर बांदा मार्ग पर डेकोरेटिव पथ प्रकाश व्यवस्था पर
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- Updated: 5 August, 2025 18:18
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PPN NEWS
लखनऊ: 05 अगस्त, 2025
कालिंजर किला बनेगा पर्यटन हब, 16 करोड़ की योजनाओं से होगा समग्र विकास- जयवीर सिंह
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग बुंदेलखंड क्षेत्र के बांदा जिले स्थित ऐतिहासिक कालिंजर किले में अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु 12 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही कालिंजर-पन्ना एवं कालिंजर-बांदा मार्ग पर डेकोरेटिव पथ प्रकाश व्यवस्था के लिए 04 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। दोनों परियोजनाओं के लिए कुल 16 करोड़ रुपए राशि की स्वीकृति मिली है।
यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि बांदा जनपद स्थित कालिंजर का किला देशी-विदेशी पर्यटकों के प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा है। पर्यटन विभाग किले और उसके आसपास सुविधाओं का विकास कर हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। मानसून के दस्तक देते ही बुंदेलखंड की धरती हरियाली से ढक जाती है। झरनों, तालाबों और नदियों में उफान के साथ पूरा क्षेत्र मनोरम दृश्य प्रस्तुत कर रहा है।
विंध्य पर्वतमाला पर स्थित ऐतिहासिक कालिंजर किला मानसून की बूंदों के बीच बेहद आकर्षक नजर आता है। लगभग 800 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह किला न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है, बल्कि भारत के सबसे विशाल और मजबूत किलों में भी गिना जाता है। मानसूनी मौसम में इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
जयवीर सिंह ने बताया कि कालिंजर किला देखने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। वर्ष 2022 में कालिंजर आने वालों की संख्या 1,35,566 थी, जो 2023 में बढ़कर 4,54,177 हो गई। साल 2024 में पर्यटकों की संख्या लगभग 6,25,000 रही, तो मौजूदा वर्ष 2025 के जनवरी से जुलाई तक करीब 4,03,012 रही है। पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी के पीछे सरकार द्वारा विरासत पर्यटन को प्रोत्साहन, बेहतर पहुंच व्यवस्था और डिजिटल प्रचार-प्रसार जैसे प्रयास प्रमुख रहे हैं। पर्यटकों की लगातार बढ़ती रुचि को देखते हुए विभाग किले में पर्यटक सुविधाओं के विस्तार की योजना पर काम कर रहा है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि ऐतिहासिक कालिंजर किले को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक और कदम उठाया गया है। कालिंजर-पन्ना एवं कालिंजर-बांदा मार्गों पर डेकोरेटिव पथ प्रकाश व्यवस्था के लिए 04 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना से इन मार्गों पर रात्रिकालीन दृश्यता बेहतर होगी और पर्यटकों को आकर्षक वातावरण मिलेगा। परियोजना का उद्देश्य न केवल पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि स्थानीय विकास और यातायात की सुविधा भी सुनिश्चित करना है।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक कालिंजर किले को विरासत पर्यटन के मानचित्र पर विशेष रूप से उभारने के लिए व्यापक योजना बनाई है। इस दिशा में किले के संरक्षण, सौंदर्यीकरण और पर्यटन सुविधाओं के विकास पर जोर दिया जा रहा है। सतत पर्यटन विकास के तहत सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने और स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग काम कर रहा है।
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