महंगाई और तीन कृषि कानून को लेकर लोकदल ने हल्ला बोला
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- खबरें हटके
- Updated: 9 August, 2021 13:19
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prakash prabhaw
9 अगस्त 2021
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील सिंह ने देश में बढ़ती महंगाई और तीन काले कृषि कानून पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि देश में जनता के लिए डीजल महंगा, खाना महंगा, आवास महंगा, ट्रेवल महंगा, जीवन महंगा, रोजगार बंद, महंगाई बुलंद
सिंह ने कहा है कि यह सरकार पूंजी वादियों की गोद में है। सिंह ने आगे कहा है कि यह सरकार अन्नदाता विरोधी सरकार है। देश में किसान मर रहे हैं और यह सरकार बयानबाजी कर रही है कि कोई किसान नहीं मर रहा है। किसान विरोधी कानून लागू कर पूँजीपतियों को फायदा पहुंचा रही है। इसी वजह से यह संसद में चर्चा से भाग रहे हैं। यह सदन और संविधान का अपमान करने वाली सरकार है।संविधान माथा टेकने के लिए नहीं बनाया गया। बल्कि इसे जिंदा रखना सरकार का दायित्व होता है
अगर कोरोना महामारी के मुद्दे पर चर्चा करें तो यह सरकार कहती है कि ऑक्सीजन की कमी से देश में कोई भी नहीं मरा है। सदन को सरकार ने मजाक बनाकर रख दिया है। यह देश के अन्नदाताओं का ही नहीं। बल्कि संविधान के निर्माता बाबासाहेब डॉ बीआर अंबेडकर का भी अपमान कर रहे हैं।
यह सरकार नेताओं की जासूसी करवा रही है। सिंह ने आगे कहा है कि ओलंपिक में देश को सम्मान दिलाने वाले ओलंपिक में gold मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा के पिता सतीश चोपड़ा हैं. वे किसान हैं. आज इनके बेटे ने टोक्यो ओलंपिक में तिरंगा लहराकर देश का मान बढ़ाया है. हर हिंदुस्तानी खुशी से झूम रहा है.हमारी राजधानी की सीमाओं पर 9 महीने से हजारों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. यूपी, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब समेत देश भर के किसान सरकार के सामने कुछ मांगें रखना चाहते हैं. तो क्या गलत है
किसान कहना चाहते हैं कि हमारी खेती, हमारी जमीन, हमारा रोजगार मत छीनो. हमें और हमारी खेती को कॉरपोरेट की जेब में मत डालो. हमें सुरक्षा दो ताकि हम देश का पेट भरने के साथ खुद भी जीवित रहे सकें. क्या ये मांगें नाजायज हैं! सिंह ने आरोप लगाया है कि उनकी बात सुनी तो नहीं गई, उल्टा उन्हें खालिस्तानी, पाकिस्तानी, चीनी, वामी, देशद्रोही, मवाली, गुंडा, डिजाइनर किसान, फर्जी किसान और न जाने क्या क्या कहा गया। किसान सड़कों पर बैठे हैं, वे तो आम किसान हैं! लेकिन 9 महीने में उनके साथ दुश्मनों जैसा सुलूक किया गया और अब भी किया जा रहा है.
सत्ता का घमंड है सरकार को,,, सत्ता के दम पर देश के किसान, युवान व कमजोर वर्ग को घटिया तरीके से टारगेट किया जा रहा है,,, पछतायेंगे जब सत्ता से बेदखल कर दिए जाएंगे।
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