पत्रकारों ने पेश की मानवता की मिसाल
- Posted By: Admin
- खबरें हटके
- Updated: 21 August, 2021 09:32
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PPN NEWS
फतेहपुर।
20.08.2021
पत्रकारों ने पेश की मानवता की मिसाल
समय-समय पर पत्रकार भी लोगों को मानवता के मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाते रहते हैं, इसी के परिपेक्ष में फतेहपुर जिलें में असोथर विकासखंड के जरौली ग्राम सभा के मजरें दरियावपुर में कुछ दिन पूर्व अत्यंत निर्धन परिवार व बुजुर्ग शिवरानी देवी पत्नी रामलाल व उनके बेटे गंगासागर निषाद के घर में अचानक आग लग जाने कारण घर गृहस्थी जल कर राख हो गई थी।
घर गृहस्थी राख हो जाने से उनके भोजन के भी लाले पड़ रहे थे।
बुजुर्ग महिला का एक का बेटा भगवंतराज निषाद उम्र 35 बर्ष भी दोनों आंखों से जन्मांध हैं , परिवार की वर्तमान स्थिति को देखकर सभी इलाकाई पत्रकारों ने निर्धन परिवार का सहारा बनने की ठानी।जिन्होंने बुजुर्ग महिला की सेवा में जो उनसे हो सका वह सहयोग किया ।
असोथर पत्रकार बंधुओं के द्वारा इस गरीब परिवार व गरीब माँ की मुश्किल की घड़ी में राशन, सब्जी,दाल, तेल, घी, समेत किराने के सामान के साथ आर्थिक रूप से सहयोग राशि देकर मदद की।
वही पत्रकार गौरव सिंह ने डी एम अपूर्वा दुबे व एसडीएम सदर प्रमोद झाँ से बात कर।इस निर्धन व आगजनी से बेघर हुए परिवार को पी एम आवास योजना का लाभ दिलाए जाने की गुजारिश की। जिस पर एस डी एम सदर प्रमोद झाँ ने पत्रकारों को गरीब परिवार को पी एम आवास समेत हर सम्भव सरकारी सहायता दिलाए जाने के लिये आश्वस्त तो किया।
लेकिन एस डी एम के आश्वासन के कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पीड़ित परिवार तक किसी प्रकार की सरकारी योजना का लाभ नहीं दिलाया गया।
पत्रकारों का कहना है कि किसी के कष्ट को कम करने का उपाय सिर्फ पैसा ही नहीं बल्कि और कई तरीकों से मदद की जा सकती है।
बस इंसान के जीवन में मानव और जीवन के प्रति संवेदना और समझ होनी चाहिए।
गरीब परिवार की मदद में पत्रकार संतराम सिंह, गौरव सिंह फूल चन्द्र वर्मा, सोनू वर्मा, व रिंकू आर्य का अतुलनीय सहयोग रहा।
वहीं पत्रकारों की इस मानवीय संवेदना व अशीम सहयोग के लिये निर्धन बेसहारा भुक्तभोगी महिला समेत उसके स्वजनों ही नहीं वरन क्षेत्र के लोगों ने भी भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए। मदद टीम में शामिल रहे पत्रकारों को अपने शुभाशीष से नवाजा। लेकिन एस डी एम के आश्वासन के आज कई दिन बीतने पर भी बेशहारा परिवार तक किसी प्रकार की कोई सरकारी सहायता ना पहुँचने से शासन व प्रशासन को कोसा।
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