भागवत कथा भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है--डा.योगेश्वर जी महाराज
प्रतापगढ
25.05.2022
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
भागवत कथा भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है --डॉ. योगेश्वर जी महाराज
प्रतापगढ़। भागवत कथा कल्पवृक्ष के समान है। भागवत कथा ही साक्षात कृष्ण है और जो कृष्ण है, वही साक्षात भागवत है। भागवत कथा भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। उक्त उद्गार पूरे गंगू मिश्र, डभियार गांव में चल रही भागवत कथा में कथा व्यास डॉ. योगेश्वर शुक्ल जी महाराज व्यक्त कर रहे थे।बुधवार को यहां भगवान राम व श्रीकृष्ण के जन्म की कथा का वर्णन किया गया।जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।कथा व्यास ने बताया कि परीक्षित कलियुग के प्रभाव के कारण ऋषि से श्रापित हो जाते हैं। उसी के पश्चाताप में वह शुकदेव जी के पास जाते हैं। भक्ति एक ऐसा उत्तम निवेश है, जो जीवन में परेशानियों का उत्तम समाधान देती है।साथ ही जीवन के बाद मोक्ष भी सुनिश्चित करती है। बुधवार को भागवत पांडाल में भगवान श्रीकृष्ण जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया गया।इस दौरान जय श्रीराम व नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल जी के जयकारे व पुष्प वर्षा के साथ कृष्ण जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया गया।डॉ. योगेश्वर शुक्ल जी महाराज ने श्री कृष्ण जन्म का वर्णन करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा में भक्त और भगवान दोनों का वर्णन किया गया है।कृष्ण लीला दुनिया की ऐसी लीला है जिसमें कृष्ण भगवान ने अपनी लीलाओं द्वारा भक्तों का कल्याण किया है। कथा में श्रीकृष्ण जन्म की झांकी निकाली गई व कथा के उपरांत सभी भक्तों ने भागवत की आरती उतारी और प्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर देवपती मिश्रा पत्नी बेनीमाधव मिश्र, संतोष कुमार, हौसिला प्रसाद, अवधेश, राजेंद्र, राजेश, दिनेश कुमार मिश्र, सतीश मिश्र, सुरेंद्र, प्रभाकर, संदीप, कुसुम, श्यामा, आशा, स्वाती, साक्षी, राधा, सर्वेश कुमार मिश्र, बृजेन्द्र, अनिल, शिवांशु, विजय, आशीष अमित, संजय, रामकृष्ण आदि सैकडों भक्तगण मौजूद रहे।

Comments