विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से मचा हड़कंप नैनी जेल में अतीक अहमद के बेटे के पास से बरामद
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- Updated: 19 June, 2025 20:26
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जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे के पास मिली ऐसी चीज, डीआईजी के उड़े होश, जानें पूरा मामला
संवादाता
(उ.प्र.) प्रयागराज :- जिले के केंद्रीय कारागार नैनी की हाई सिक्योरिटी सेल में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के पास से नकदी मिली है। नगदी मिलने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे के पास से मिला भारी मात्रा में कैश, डिप्टी जेलर और वार्डन के खिलाफ एक्शन
विभागीय जांच के आदेश
प्रशासन ने मामले की विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। संभावना है कि जांच के दौरान अन्य कर्मचारियों या अधिकारियों की संलिप्तता भी उजागर हो सकती है। जेल प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
कैसे पहुंची हाई सिक्योरिटी सेल में नकदी?
केंद्रीय कारागार की हाई सिक्योरिटी सेल में बंद अली अहमद पिछले कई वर्षों से जेल में है। सुरक्षा कारणों से उसे अलग सेल में रखा गया है। जहां 24 घंटे बंदी रक्षकों की निगरानी रहती है। नियम के मुताबिक उससे कोई मिलने नहीं आता, केवल कभी-कभी उसका अधिवक्ता ही आता है। ऐसे में उसके पास नकदी पहुंचना जेल के अंदर की व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया है। यहां हाई सिक्योरिटी सेल में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली के पास से बड़ी तादाद में कैश मिला है। यही नहीं, अली की सेल में कई प्रतिबंधित सामान भी मिले हैं। इसके बाद डिप्टी जेलर शांति देवी और जेल वॉर्डन संजय द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
डीआईजी जेल राजेश कुमार ने की थी छापेमारी
दरअसल, मंगलवार शाम को डीआईजी जेल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने अचानक जेल में छापेमारी की थी। उसी दौरान अली की जेल में कैश और प्रतिबंधित सामान मिला था। अली ने 2022 में कोर्ट मे सरेंडर किया था। तब से वो जेल मे बंद हैं। जेल मे रहते हुए अली पर आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हुए थे। वर्तमान में उसके ऊपर 11 मुकदमे दर्ज हैं और खुलदाबाद थाने में अली की हिस्ट्री शीट भी खुली हैं।
नियमों की अनदेखी, जेलर ने नहीं कराई थी चेकिंग
बताया जा रहा है कि यह घटना 16 जून की है, जब एक वकील अली से मिला और पैसे दिए। उस रात बैरक बंद होने से पहले जेलर अंजनी कुमार ने न तो बैरक की चेकिंग कराई और न ही संदेह जताया। अगले दिन जब CCTV फुटेज सामने आया, तब जाकर मामले की गंभीरता उजागर हुई।
जेल मैनुअल की अनदेखी की शिकायतें पहले भी
यह भी सामने आया है कि अली अहमद ने पूर्व में बैरक में टीवी लगाने की मांग की थी। इसके लिए उसने न्यायालय में अर्जी दाखिल करवाई थी, जिसे जेल मैनुअल का हवाला देकर खारिज कर दिया गया था। बावजूद इसके, अली को जेल के भीतर कई विशेष सुविधाएं मिलने की सूचनाएं पहले भी मिल चुकी हैं।
अतीक गैंग के 60 से अधिक सदस्य नैनी जेल में बंद
उल्लेखनीय है कि अली अहमद उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी है और अतीक अहमद के गैंग आईएस-227 का सक्रिय सदस्य माना जाता है। हाल ही में पुलिस ने अली को इस गैंग का लीडर घोषित किया था। नैनी जेल में इस गैंग के 60 से अधिक सदस्य बंद हैं।
जांच जारी, जेल प्रशासन पर उठे सवाल
जेल प्रशासन की भूमिका इस पूरे मामले में सवालों के घेरे में है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल ने कहा कि कैदी को नकद देना नियम के विरुद्ध है। जरूरत की सामग्री के लिए कूपन प्रणाली निर्धारित है, लेकिन अली को पैसे सीधे दिए गए, जो गंभीर लापरवाही है।
पूरे मामले की जांच अभी जारी है। सूत्रों का कहना है कि कई और अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है और जल्द ही और कार्रवाई हो सकती है।
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