POSH एक्ट पर जागरूकता के लिए सद्भावना ट्रस्ट का 'आवाज़ हक़ की' अभियान संपन्न; 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित कार्यस्थल की जानकारी

POSH एक्ट पर जागरूकता के लिए सद्भावना ट्रस्ट का 'आवाज़ हक़ की' अभियान संपन्न; 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित कार्यस्थल की जानकारी

POSH एक्ट पर जागरूकता के लिए सद्भावना ट्रस्ट का 'आवाज़ हक़ की' अभियान संपन्न; 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित कार्यस्थल की जानकारी

लखनऊ के छह समुदायों में 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक चला विशेष अभियान, महिलाओं को कार्यस्थल सुरक्षा और शिकायत प्रक्रिया की जानकारी दी गई।

कामगार महिलाओं और युवा नौकरी पेशा लड़कियों ने साझा किए अनुभव; सभी ने सम्मानजनक और समान अवसर वाले कार्यस्थल की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।

लखनऊ। सद्भावना ट्रस्ट द्वारा आयोजित “तोड़ी बंदिशें: आवाज़ हक़ की” नामक जागरूकता अभियान का हाल ही में सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम से संबंधित कानूनी प्रावधानों के बारे में जागरूक करना था।


​यह अभियान 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक आयोजित किया गया, जिसके तहत लखनऊ के छह समुदायों—बरौरा, डालीगंज, ऐशबाग, खदरा, गढ़ी कनौरा और वसंत कुंज—में विशेष सत्र आयोजित किए गए।


​सद्भावना ट्रस्ट ने बताया कि इस अभियान के माध्यम से महिलाओं और उनके परिवारों को कार्यस्थल पर सुरक्षा कानूनों की जानकारी दी गई, ताकि वे अपनी रोज़गार यात्रा में सहयोग और समर्थन महसूस कर सकें। इन जागरूकता सत्रों में 700 से अधिक लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। प्रतिभागियों के बीच कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम का कानून (POSH एक्ट), सुरक्षित माहौल, महिलाओं के अधिकार और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया पर गहन संवाद, गतिविधियाँ और चर्चाएँ हुईं।


​कार्यक्रमों के दौरान आयोजित पैनल चर्चाओं में कामगार महिलाएँ, पुलिस प्रशासन के सदस्य, सभासद और युवा नौकरी पेशा लड़कियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने अपने अनुभव साझा किए और समुदाय में जागरूकता को बढ़ावा दिया।

​अभियान का समापन वसंत कुंज में हुआ, जहाँ 200 से अधिक लोग उपस्थित रहे। सभी प्रतिभागियों ने सुरक्षित, सम्मानजनक और समान अवसर वाले कार्यस्थल की आवश्यकता पर अपनी सहमति व्यक्त की।

​सद्भावना ट्रस्ट का मानना है कि इस पहल से समुदाय में सकारात्मक बदलाव आएगा। ट्रस्ट ने भविष्य में भी महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों और नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में अपना काम जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई है।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *